॥ श्रीलक्ष्मीसहस्रनामावलिः ॥

॥ श्रीलक्ष्मीसहस्रनामावलिः ॥

ॐ श्रियै नमः 

ॐ वासुदेवमहिष्यै नमः 
ॐ पुम्प्रधानेश्वरेश्वर्यै नमः 
ॐ अचिन्त्यानन्तविभवायै नमः
ॐ भावाभावविभाविन्य नमः 
ॐ अहम्भावात्मिकायै नमः 
ॐ पद्मायै नमः 
ॐ शान्तानन्तचिदात्मिकायै नमः 
ॐ ब्रह्मभावं गतायै नमः 
ॐ त्यक्तभेदायै नमः 
ॐ सर्वजगन्मय्यै नमः 
ॐ शान्तानन्तचिदात्मिकायै नमः 
ॐ ब्रह्मभावं गतायै नमः 
ॐ त्यक्तभेदायै नमः 
ॐ सर्वजगन्मय्यै नमः 
ॐ षाड्गुण्यपूर्णायै नमः 
ॐ त्रय्यन्तरूपायै नमः 
ॐ आत्मानपगामिन्यै नमः 
ॐ एकयोग्यायै नमः 
ॐ अशून्यभावाकृत्यै नमः 
ॐ तेजःप्रभाविन्यै नमः 
ॐ भाव्यभावकभावायै नमः 
ॐ आत्मभाव्यायै नमः 
ॐ कामदुहे नमः ॥ २० ॥
ॐ आत्मभुवे नमः 
ॐ भावाभावमय्यै नमः 
ॐ दिव्यायै नमः 
ॐ भेद्यभेदकभावन्यै नमः 
ॐ जगत्कुटुम्बिन्यै नमः 
ॐ अखिलाधारायै नमः 
ॐ कामविजृम्भिण्यै नमः 
ॐ पञ्चकृत्यकर्यै नमः 
ॐ पञ्चशक्तिमय्यै नमः 
ॐ आत्मवल्लभायै नमः 
ॐ भावाभावानुगायै नमः 
ॐ सर्वसम्मतायै नमः 
ॐ आत्मोपगूहिन्यै नमः 
ॐ अपृथक्चारिण्यै नमः 
ॐ सौम्यायै नमः 
ॐ सौम्यरूपव्यवस्थितायै नमः 
ॐ आद्यन्तरहितायै नमः 
ॐ देव्यै नमः 
ॐ भवभाव्यस्वरूपिण्यै नमः 
ॐ महाविभूत्यै नमः ॥ ४० ॥
ॐ समतां गतायै नमः 
ॐ ज्योतिर्गणेश्वर्यै नमः 
ॐ सर्वकार्यकर्यै नमः 
ॐ धर्मस्वभावात्मने नमः 
ॐ अग्रतः स्थितायै नमः 
ॐ आज्ञासमविभक्ताङ्ग्यै नमः 
ॐ ज्ञानानन्दक्रियामय्यै नमः 
ॐ स्वातन्त्र्यरूपायै नमः 
ॐ देवोरःस्थितायै नमः 
ॐ तद्धर्मधर्मिण्यै नमः 
ॐ सर्वभूतेश्वर्यै नमः 
ॐ सर्वभूतमात्रे नमः 
ॐ आत्ममोहिन्यै नमः 
ॐ सर्वाङ्गसुन्दर्यै नमः 
ॐ सर्वव्यापिन्यै नमः 
ॐ प्राप्तयोगिन्यै नमः 
ॐ विमुक्तिदायिन्य नमः 
ॐ भक्तिगम्यायै नमः 
ॐ संसारतारिण्यै नमः 
ॐ धर्मार्थसाधिन्यै नमः ॥ ६० ॥
ॐ व्योमनिलयायै नमः 
ॐ व्योमविग्रहायै नमः 
ॐ पञ्चव्योमपद्यै नमः 
ॐ रक्षव्यावृत्यै नमः 
ॐ प्राप्यपूरिण्यै नमः 
ॐ आनन्दरूपायै नमः 
ॐ सर्वाप्तिशालिन्यै नमः 
ॐ शक्तिनायिकायै नमः 
ॐ हिरण्यवर्णायै नमः 
ॐ हैरण्यप्राकारायै नमः 
ॐ हैममालिन्यै नमः 
ॐ प्रत्नरत्नायै नमः 
ॐ भद्रपीठायै नमः 
ॐ वेशिन्यै नमः 
ॐ रजतस्रजायै नमः 
ॐ स्वाज्ञाकार्यमरायै नमः 
ॐ नित्यायै नमः 
ॐ सुरभ्यै नमः 
ॐ व्योमचारिण्यै नमः 
ॐ योगक्षेमवहायै नमः ॥ ८० ॥
ॐ सर्वसुलभायै नमः 
ॐ इच्छाक्रियात्मिकायै नमः 
ॐ करुणाग्रानतमुख्यै नमः 
ॐ कमलक्ष्यै नमः 
ॐ शशिप्रभायै नमः 
ॐ कल्याणदायिन्यै नमः 
ॐ कल्यायै नमः 
ॐ कलिकल्मषनाशिन्यै नमः 
ॐ प्रज्ञापरिमितायै नमः 
ॐ आत्मानुरूपायै नमः 
ॐ सत्योपयाचितायै नमः 
ॐ मनोज्ञेयायै नमः 
ॐ ज्ञानगम्यायै नमः 
ॐ नित्यमुक्तात्मसेविन्यै नमः 
ॐ कर्तृशक्त्यै नमः 
ॐ सुगहनायै नमः 
ॐ भोक्तृशक्त्यै नमः 
ॐ गुणप्रियायै नमः 
ॐ ज्ञानशक्त्यै नमः 
ॐ अनौपम्यायै नमः ॥ १०० ॥
ॐ निर्विकल्पायै नमः 
ॐ निरामयायै नमः 
ॐ अकलङ्कायै नमः 
ॐ अमृताधारायै नमः 
ॐ महाशक्त्यै नमः 
ॐ विकासिन्यै नमः 
ॐ महामायायै नमः 
ॐ महानन्दायै नमः 
ॐ निःसङ्कल्पायै नमः 
ॐ निरामयायै नमः 
ॐ एकस्वरूपायै नमः 
ॐ त्रिविधायै नमः 
ॐ सङ्ख्यातीतायै नमः 
ॐ निरञ्जनायै नमः 
ॐ आत्मसत्तायै नमः 
ॐ नित्यशुचये नमः 
ॐ पराशक्त्यै नमः 
ॐ सुखोचितायै नमः 
ॐ नित्यशान्तायै नमः 
ॐ निस्तरङ्गायै नमः ॥ १२० ॥
ॐ निर्भिन्नायै नमः 
ॐ सर्वभेदिन्यै नमः 
ॐ असङ्कीर्णायै नमः 
ॐ अविथेयात्मने नमः 
ॐ निषेव्यायै नमः 
ॐ सर्वपालिन्यै नमः 
ॐ निष्कामनायै नमः 
ॐ सर्वरसायै नमः 
ॐ अभेद्यायै नमः 
ॐ सर्वार्थसाधिन्यै नमः 
ॐ अनिर्देश्यायै नमः 
ॐ अपरिमितायै नमः 
ॐ निर्विकारायै नमः 
ॐ त्रिलक्षणायै नमः 
ॐ भयङ्कर्यै नमः 
ॐ सिद्धिरूपायै नमः 
ॐ अव्यक्तायै नमः 
ॐ सदसदाकृत्यै नमः 
ॐ अप्रतर्क्यायै नमः 
ॐ अप्रतिहतायै नमः ॥ १४० ॥
ॐ नियन्त्र्यै नमः 
ॐयन्त्रवाहिन्यै नमः 
ॐ हार्दमूर्त्यै नमः 
ॐ महामूर्त्यै नमः 
ॐ अव्यक्तायै नमः 
ॐ विश्वगोपिन्यै नमः 
ॐ वर्धमानायै नमः 
ॐ अनवद्याङ्ग्यै नमः 
ॐ निरवद्यायै नमः 
ॐ त्रिवर्गदायै नमः 
ॐ अप्रमेयायै नमः 
ॐ अक्रियायै नमः 
ॐ सूक्ष्मायै नमः 
ॐ परिनिर्वाणदायिन्यै नमः 
ॐ अविगीतायै नमः 
ॐ तन्त्रसिद्धायै नमः 
ॐ योगसिद्धायै नमः 
ॐ अमरेश्वर्यै नमः 
ॐ विश्वसूत्यै नमः 
ॐ तर्पयन्त्यै नमः ॥ १६० ॥
ॐ नित्यतृप्तायै नमः 
ॐ महौषध्यै नमः 
ॐ शब्दाह्वयायै नमः 
ॐ शब्दसहायै नमः 
ॐ कृतज्ञायै नमः 
ॐ कृतलक्षणायै नमः 
ॐ त्रिवर्तिन्यै नमः 
ॐ त्रिलोकस्थायै नमः 
ॐ भूर्भुवःस्वरयोनिजायै नमः 
ॐ अग्राह्यायै नमः 
ॐ अग्राहिकायै नमः
ॐ अनन्ताह्वयायै नमः 
ॐ सर्वातिशायिन्यै नमः 
ॐ व्योमपद्मायै नमः 
ॐ कृतधुरायै नमः 
ॐ पूर्णकामायै नमः 
ॐ महेश्वर्यै नमः 
ॐ सुवाच्यायै नमः 
ॐ वाचिकायै नमः 
ॐ सत्यकथनायै नमः ॥ १८० ॥
ॐ सर्वपालिन्यै नमः 
ॐ लक्ष्यमाणायै नमः 
ॐ लक्ष्यन्त्यै नमः 
ॐ जगज्ज्येष्ठायै नमः 
ॐ शुभावहायै नमः 
ॐ जगत्प्रतिष्ठायै नमः 
ॐ भुवनभर्त्र्यै नमः 
ॐ गूढप्रभावत्यै नमः 
ॐ क्रियायोगात्मिकायै नमः 
ॐ मूर्त्यै नमः 
ॐ हृदब्जस्थायै नमः 
ॐ महाक्रमायै नमः 
ॐ परमदिवे नमः 
ॐ प्रथमजायै नमः 
ॐ परमाप्तायै नमः 
ॐ जगन्निधये नमः 
ॐ आत्मानपायिन्यै नमः 
ॐ तुल्यस्वरूपायै नमः 
ॐ समलक्षणायै नमः 
ॐ तुल्यवृत्तायै नमः ॥ २०० ॥
ॐ समवयसे नमः 
ॐ मोदमानायै नमः 
ॐ खगध्वजायै नमः 
ॐ प्रियचेष्टायै नमः 
ॐ तुल्यशीलायै नमः 
ॐ वरदायै नमः 
ॐ कामरूपिण्यै नमः 
ॐ समग्रलक्षणायै नमः 
ॐ अनन्तायै नमः 
ॐ तुल्यभूर्त्यै नमः 
ॐ सनातन्यै नमः 
ॐ महर्द्ध्यै नमः 
ॐ सत्यसङ्कल्पायै नमः 
ॐ बह्वृचायै नमः 
ॐ परमेश्वर्यै नमः 
ॐ जगन्मात्रे नमः 
ॐ सूत्रवत्यै नमः 
ॐ भूतधात्र्यै नमः 
ॐ यशस्विन्यै नमः 
ॐ महाभिलाषायै नमः ॥ २२० ॥
ॐ सावित्र्यै नमः 
ॐ प्रधानायै नमः 
ॐ सर्वभासिन्यै नमः
ॐ नानावपुषे नमः 
ॐ बहुभिदायै नमः 
ॐ सर्वज्ञायै नमः 
ॐ पुण्यकीर्तनायै नमः 
ॐ भूताश्रयायै नमः 
ॐ हृषीकेश्वर्यै नमः 
ॐ अशोकायै नमः 
ॐ वाजिवाहिकायै नमः 
ॐ ब्रह्मात्मिकायै नमः 
ॐ पुण्यजन्यै नमः 
ॐ सत्यकामायै नमः 
ॐ समाधिभुवे नमः 
ॐ हिरण्यगर्भायै नमः 
ॐ गम्भीरायै नमः 
ॐ गोधूल्यै नमः 
ॐ कमलासनायै नमः 
ॐ जितक्रोधायै नमः ॥ २४० ॥
ॐ कुमुदिन्यै नमः 
ॐ वैजयन्त्यै नमः 
ॐ मनोजवायै नमः 
ॐ धनलक्ष्म्यै नमः 
ॐ स्वस्तिकर्यै नमः 
ॐ राज्यलक्ष्म्यै नमः 
ॐ महासत्यै नमः 
ॐ जयलक्ष्म्यै नमः 
ॐ महागोष्ठ्यै नमः 
ॐ मघोन्यै नमः 
ॐ माधवप्रियायै नमः 
ॐ पद्मगर्भायै नमः 
ॐ वेदवत्यै नमः 
ॐ विविक्तायै नमः 
ॐ परमेष्ठिन्यै नमः 
ॐ सुवर्णबिन्दवे नमः 
ॐ महत्यै नमः 
ॐ महायोगिप्रियायै नमः 
ॐ अनघायै नमः 
ॐ पद्मेस्थितायै नमः ॥ २६० ॥
ॐ वेदमय्यै नमः 
ॐ कुमुदायै नमः 
ॐ जयवाहिन्यै नमः 
ॐ संहत्यै नमः 
ॐ निर्मितायै नमः 
ॐ ज्योतिषे नमः 
ॐ नियत्यै नमः 
ॐ विविधोत्सवायै नमः 
ॐ रुद्रवन्द्यायै नमः 
ॐ सिन्धुमत्यै नमः 
ॐ वेदमात्रे नमः 
ॐ मधुव्रतायै नमः 
ॐ विश्वम्भरायै नमः 
ॐ हैमवत्यै नमः 
ॐ समुद्रायै नमः 
ॐ इच्छाविहारिण्यै नमः 
ॐ अनुकूलायै नमः 
ॐ यज्ञवत्यै नमः 
ॐ शतकोट्यै नमः 
ॐ सुपेशलायै नमः ॥ २८० ॥
ॐ धर्मोदयायै नमः 
ॐ धर्मसेव्यायै नमः 
ॐ सुकुमार्यै नमः 
ॐ सभावत्यै नमः 
ॐ भीमायै नमः 
ॐ ब्रह्मस्तुतायै नमः 
ॐ मध्यप्रभायै नमः 
ॐ देवर्षिवन्दितायै नमः 
ॐ देवभोग्यायै नमः 
ॐ महाभागायै नमः 
ॐ प्रतिज्ञायै नमः 
ॐ पूर्णशेवध्यै नमः 
ॐ सुवर्णरुचिरप्रख्यायै नमः 
ॐ भोगिन्यै नमः 
ॐ भोगदायिन्यै नमः 
ॐ वसुप्रदायै नमः 
ॐ उत्तमवध्वे नमः 
ॐ गायत्र्यै नमः 
ॐ कमलोद्भवायै नमः 
ॐ विद्वत्प्रियायै नमः ॥ ३०० ॥
ॐ पद्मचिह्नायै नमः 
ॐ वरिष्ठायै नमः 
ॐ कमलेक्षणायै नमः 
ॐ पद्मप्रियायै नमः 
ॐ सुप्रसन्नायै नमः 
ॐ प्रमोदायै नमः 
ॐ प्रियपार्श्वगायै नमः 
ॐ विश्वभूषायै नमः 
ॐ कान्तिमय्यै नमः 
ॐ कृष्णायै नमः 
ॐ वीणारवोत्सुकायै नमः 
ॐ रोचिष्कर्यै नमः 
ॐ स्वप्रकाशायै नमः 
ॐ शोभमानविहङ्गमायै नमः 
ॐ देवाङ्कस्थायै नमः 
ॐ परिणत्यै नमः 
ॐ कामवत्सायै नमः 
ॐ महामत्यै नमः 
ॐ इल्वलायै नमः 
ॐ उत्पलनाभायै नमः ॥ ३२० ॥
ॐ आधिशमन्यै नमः 
ॐ वरवर्णिन्यै नमः 
ॐ स्वनिष्ठायै नमः 
ॐ पद्मनिलयायै नमः 
ॐ सद्गत्यै नमः 
ॐ पद्मगन्धिन्यै नमः 
ॐ पद्मवर्णायै नमः 
ॐ कामयोन्यै नमः 
ॐ चण्डिकायै नमः 
ॐ चारुकोपनायै नमः 
ॐ रतिस्नुषायै नमः 
ॐ पद्मधरायै नमः 
ॐ पूज्यायै नमः 
ॐ त्रैलोक्यमोहिन्यै नमः 
ॐ नित्यकन्यायै नमः 
ॐ बिन्दुमालिन्यै नमः 
ॐ अक्षयायै नमः 
ॐ सर्वमातृकायै नमः 
ॐ गन्धात्मिकायै नमः 
ॐ सुरसिकायै नमः ॥ ३४० ॥
ॐ दीप्तमूर्त्यै नमः 
ॐ सुमध्यमायै नमः 
ॐ पृथुश्रोण्यै नमः 
ॐ सौम्यमुख्यै नमः 
ॐ सुभगायै नमः 
ॐ विष्टरश्रुत्यै नमः 
ॐ स्मिताननायै नमः 
ॐ चारुदत्यै नमः 
ॐ निम्ननाभ्यै नमः 
ॐ महास्तन्यै नमः 
ॐ स्निग्धवेण्यै नमः 
ॐ भगवत्यै नमः 
ॐ सुकान्तायै नमः 
ॐ वामलोचनायै नमः 
ॐ पल्लवाङ्घ्र्यै नमः 
ॐ पद्ममनसे नमः 
ॐ पद्मबोधायै नमः 
ॐ महाप्सरसे नमः 
ॐ विद्वत्प्रियायै नमः 
ॐ चारुहासायै नमः ॥ ३६० ॥
ॐ शुभदृष्ट्यै नमः
ॐ ककुद्मिन्यै नमः 
ॐ कम्बुग्रीवायै नमः 
ॐ सुजघनायै नमः 
ॐ रक्तपाण्यै नमः 
ॐ मनोरमायै नमः 
ॐ पद्मिन्यै नमः 
ॐ मन्दगमनायै नमः 
ॐ चतुर्दंष्ट्रायै नमः 
ॐ चतुर्भुजायै नमः 
ॐ शुभरेखायै नमः 
ॐ विलासभ्रुवे नमः 
ॐ शुकवाण्यै नमः 
ॐ कलावत्यै नमः 
ॐ ऋजुनासायै नमः 
ॐ कलरवायै नमः 
ॐ वरारोहायै नमः 
ॐ तलोदर्यै नमः 
ॐ सन्ध्यायै नमः 
ॐ बिम्बाधरायै नमः ॥ ३८० ॥
ॐ पुर्वभाषिण्यै नमः 
ॐ स्त्रीसमाह्वयायै नमः 
ॐ इक्षुचापायै नमः 
ॐ सुमशरायै नमः 
ॐ दिव्यभूषायै नमः 
ॐ मनोहरायै नमः 
ॐ वासव्यै नमः 
ॐ पण्डरच्छत्रायै नमः 
ॐ करभोरवे नमः 
ॐ तिलोत्तमायै नमः 
ॐ सीमन्तिन्यै नमः 
ॐ प्राणशक्त्यै नमः 
ॐ विभीषिण्यै नमः 
ॐ असुधारिण्यै नमः 
ॐ भद्रायै नमः 
ॐ जयावहायै नमः 
ॐ चन्द्रवदनायै नमः 
ॐ कुटिलालकायै नमः 
ॐ चित्राम्बरायै नमः 
ॐ चित्रगन्धायै नमः ॥ ४०० ॥
ॐ रत्नमौलिसमुज्ज्वलायै नमः 
ॐ दिव्यायुधायै नमः 
ॐ दिव्यमाल्यायै नमः 
ॐ विशाखायै नमः 
ॐ चित्रवाहनायै नमः 
ॐ अम्बिकायै नमः 
ॐ सिन्धुतनयायै नमः 
ॐ सुश्रेण्यै नमः
ॐ सुमहासनायै नमः 
ॐ सामप्रियायै नमः 
ॐ नम्रिताङ्ग्यै नमः 
ॐ सर्वसेव्यायै नमः 
ॐ वराङ्गनायै नमः 
ॐ गन्धद्वारायै नमः 
ॐ दुराधर्षायै नमः 
ॐ नित्यपुष्टायै नमः 
ॐ करीषिण्यै नमः 
ॐ देवजुष्टायै नमः 
ॐ आदित्यवर्णायै नमः 
ॐ दिव्यगन्धायै नमः ॥ ४२० ॥
ॐ सुहृत्तमायै नमः 
ॐ अनन्तरूपायै नमः 
ॐ अनन्तस्थायै नमः 
ॐ सर्वदानन्तसङ्गमायै नमः 
ॐ यज्ञाशिन्यै नमः 
ॐ महावृष्ट्यै नमः 
ॐ सर्वपूज्यायै नमः 
ॐ वषट्क्रियायै नमः 
ॐ योगप्रियायै नमः 
ॐ वियन्नाभ्यै नमः 
ॐ अनन्तश्रियै नमः 
ॐ अतीन्द्रियायै नमः 
ॐ योगिसेव्यायै नमः 
ॐ सत्यरतायै नमः 
ॐ योगमायायै नमः 
ॐ पुरातन्यै नमः 
ॐ सर्वेश्वर्यै नमः 
ॐ सुतरण्यै नमः 
ॐ शरण्यायै नमः 
ॐ धर्मदेवतायै नमः ॥ ४४० ॥
ॐ सुतरायै नमः 
ॐ संवृतज्योतिषे नमः 
ॐ योगिन्यै नमः 
ॐ योगसिद्धिदायै नमः 
ॐ सृष्टिशक्त्यै नमः 
ॐ द्योतमानायै नमः 
ॐ भूतायै नमः 
ॐ मङ्गलदेवतायै नमः 
ॐ संहारशक्त्यै नमः 
ॐ प्रबलायै नमः 
ॐ निरुपाधये नमः 
ॐ परावरायै नमः 
ॐ उत्तारिण्यै नमः 
ॐ तारयन्त्यै नमः 
ॐ शाश्वत्यै नमः 
ॐ समितिञ्जयायै नमः 
ॐ महाश्रियै नमः 
ॐ अजहत्कीर्त्यै नमः 
ॐ योगश्रियै नमः 
ॐ सिद्धिसाधिन्यै नमः ॥ ४६० ॥
ॐ पुण्यश्रियै नमः 
ॐ पुण्यनिलयायै नमः 
ॐ ब्रह्मश्रियै नमः 
ॐ ब्राह्मणप्रियायै नमः 
ॐ राजश्रियै नमः 
ॐ राजकलितायै नमः 
ॐ फलश्रियै नमः 
ॐ स्वर्गदायिन्यै नमः 
ॐ देवश्रियै नमः 
ॐ अद्भुतकथायै नमः 
ॐ वेदश्रियै नमः 
ॐ श्रुतिमार्गिण्यै नमः 
ॐ तमोऽपहायै नमः 
ॐ अव्ययनिधये नमः 
ॐ लक्षणायै नमः 
ॐ हृदयङ्गमायै नमः 
ॐ मृतसञ्जीविन्यै नमः 
ॐ शुभ्रायै नमः 
ॐ चन्द्रिकायै नमः 
ॐ सर्वतोमुख्यै नमः ॥ ४८० ॥
ॐ सर्वोत्तमायै नमः 
ॐ मित्रविन्दायै नमः 
ॐ मैथिल्यै नमः 
ॐ प्रियदर्शनायै नमः 
ॐ सत्यभामायै नमः 
ॐ वेदवेद्यायै नमः 
ॐ सीतायै नमः 
ॐ प्रणतपोषिण्यै नमः 
ॐ मूलप्रकृत्यै नमः 
ॐ ईशानायै नमः 
ॐ शिवदायै नमः 
ॐ दीप्रदीपिन्यै नमः 
ॐ अभिप्रियायै नमः 
ॐ स्वैरवृत्त्यै नमः 
ॐ रुक्मिण्यै नमः 
ॐ सर्वसाक्षिण्यै नमः 
ॐ गान्धारिण्यै नमः 
ॐ परगत्यै नमः 
ॐ तत्त्वगर्भाय नमः 
ॐ भवाभवायै नमः ॥ ५०० ॥ 
ॐ अन्तर्वृत्त्यै नमः 
ॐ महारुद्रायै नमः 
ॐ विष्णुदुर्गायै नमः 
ॐ महाबलायै नमः 
ॐ मदयन्त्यै नमः 
ॐ लोकधारिण्यै नमः 
ॐ अदृश्यायै नमः 
ॐ सर्वनिष्कृत्यै नमः 
ॐ देवसेनायै नमः 
ॐ आत्मबलदायै नमः 
ॐ वसुधायै नमः 
ॐ मुख्यमातृकायै नमः 
ॐ क्षीरधारायै नमः 
ॐ घृतमय्यै नमः 
ॐ जुह्वत्यै नमः 
ॐ यज्ञदक्षिणायै नमः
 ॐ योगनिद्रायै नमः 
ॐ योगरतायै नमः 
ॐ ब्रह्मचर्यायै नमः 
ॐ दुरत्ययायै नमः ॥ ५२० ॥
ॐ सिंहपिञ्छायै नमः 
ॐ महादुर्गायै नमः
 ॐ जयन्त्यै नमः
 ॐ खड्गधारिण्यै नमः
 ॐ सर्वार्तिनाशिन्यै नमः 
ॐ हृष्टायै नमः 
ॐ सर्वेच्छापरिपूरिकायै नमः
 ॐ आर्यायै नमः
 ॐ यशोदायै नमः
 ॐ वसुदायै नमः 
ॐ धर्मकामार्थमोक्षदायै नमः 
ॐ त्रिशूलिन्यै नमः
 ॐ पद्मचिह्वायै नमः
 ॐ महाकाल्यै नमः
 ॐ इन्दुमालिन्यै नमः 
ॐ एकवीरायै नमः 
ॐ भद्रकाल्यै नमः
 ॐ स्वानन्दिन्यै नमः 
ॐ उल्लसद्गदायै नमः
 ॐ नारायण्यै नमः ॥ ५४० ॥
ॐ जगत्पूरण्यै नमः
 ॐ उर्वरायै नमः 
ॐ द्रुहिणप्रसवे नमः
 ॐ यज्ञकामायै नमः 
ॐ लोलिहानायै नमः 
ॐ तीर्थकर्यै नमः
 ॐ उग्रविक्रमायै नमः 
ॐ गरुत्मदुदयायै नमः 
ॐ अत्युग्रायै नमः
ॐ वाराह्यै नमः 
ॐ मातृभाषिण्यै नमः
ॐ अश्वक्रान्तायै नमः 
ॐ रथक्रान्तायै नमः 
ॐ विष्णुक्रान्तायै नमः 
ॐ उरुचारिण्यै नमः 
ॐ वैरोचन्यै नमः 
ॐ नारसिंह्यै नमः 
ॐ जीमूतायै नमः 
ॐ शुभदेक्षणायै नमः
 ॐ दीक्षाविदायै नमः ॥ ५६० ॥
ॐ विश्वशक्त्यै नमः
ॐ निजशक्त्यै नमः 
ॐ सुदर्शिन्यै नमः
ॐ प्रतीयायै नमः 
ॐ जगत्यै नमः 
ॐ वन्यधारिण्यै नमः
ॐ कलिनाशिन्यै नमः
ॐ अयोध्यायै नमः 
ॐ अच्छिन्नसन्तानायै नमः 
ॐ महारत्नायै नमः
ॐ सुखावहायै नमः
ॐ राजवत्यै नमः
ॐ अप्रतिभयायै नमः
ॐ विनयित्र्यै नमः
ॐ महाशनायै नमः
ॐ अमृतस्यन्दिन्यै नमः
ॐ सीमायै नमः 
ॐ यज्ञगर्भायै नमः 
ॐ समेक्षणायै नमः 
ॐ आकूत्यै नमः ॥ ५८० ॥
ॐ ऋग्यजुःसामघोषायै नमः 
ॐ आरामवनोत्सुकायै नमः
 ॐ सोमपायै नमः
 ॐ माधव्यै नमः
 ॐ नित्यकल्याण्यै नमः
 ॐ कमलार्चितायै नमः
 ॐ योगारूढायै नमः
 ॐ स्वार्थजुष्टायै नमः 
ॐ वह्निवर्णायै नमः
 ॐ जितासुरायै नमः
 ॐ यज्ञविद्यायै नमः
 ॐ गुह्यविद्यायै नमः 
ॐ अध्यात्मविद्यायै नमः 
ॐ कृतागमायै नमः 
ॐ आप्यायन्यै नमः
 ॐ कलातीतायै नमः
 ॐ सुमित्रायै नमः 
ॐ परभक्तिदायै नमः 
ॐ काङ्क्षमाणायै नमः
 ॐ महामायायै नमः ॥ ६०० ॥
 ॐ कोलकामायै नमः 
ॐअमरावत्यै नमः 
ॐ सुवीर्यायै नमः 
ॐ दुःस्वप्नहरायै नमः
 ॐ देवक्यै नमः 
ॐ वसुदेवतायै नमः 
ॐ सौदामिन्यै नमः
 ॐ मेघरथायै नमः 
ॐ दैत्यदानवमर्दिन्यै नमः
 ॐ श्रेयस्कर्यै नमः
 ॐ चित्रलीलायै नमः 
ॐ एकाकिन्यै नमः
 ॐ रत्नपादुकायै नमः 
ॐ मनस्यमानायै नमः
 ॐ तुलस्यै नमः 
ॐ रोगनाशिन्यै नमः 
ॐ उरुप्रदायै नमः
 ॐ तेजस्विन्यै नमः
 ॐ सुखज्वालायै नमः 
ॐ मन्दरेखायै नमः ॥ ६२० ॥
ॐ अमृताशिन्यै नमः
 ॐब्रह्मिष्ठायै नमः
 ॐ वह्निशमन्यै नमः
 ॐ जुषमाणायै नमः
 ॐ गुणात्ययायै नमः
 ॐ कादम्बर्यै नमः 
ॐ ब्रह्मरतायै नमः 
ॐ विधात्र्यै नमः
 ॐ उज्ज्वलहस्तिकायै नमः 
ॐ अक्षोभ्यायै नमः
 ॐ सर्वतोभद्रायै नमः
 ॐ वयस्यायै नमः 
ॐ स्वस्तिदक्षिणायै नमः
 ॐ सहस्रास्यायै नमः
 ॐ ज्ञानमात्रे नमः 
ॐ वैश्वानर्यै नमः
 ॐ अक्षवर्तिन्यै नमः
 ॐ प्रत्यग्वरायै नमः
 ॐ वारणवत्यै नमः 
ॐ अनसूयायै नमः ॥ ६४० ॥
ॐ दुरासदायै नमः
 ॐअरुन्धत्यै नमः 
ॐ कुण्डलिन्यै नमः
 ॐ भव्यायै नमः
 ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नमः 
ॐ मृत्युञ्जयायै नमः
 ॐ त्रासहर्यै नमः
 ॐ निर्भयायै नमः 
ॐ शत्रुसूदिन्यै नमः 
ॐ एकाक्षरायै नमः
 ॐ सत्पुरन्घ्र्यै नमः 
ॐ सुरपक्षायै नमः
 ॐ सुरातुलायै नमः 
ॐ सकृद्विभातायै नमः
 ॐ सर्वार्तिसमुद्रपरिशोषिण्यै नमः 
ॐ बिल्वप्रियायै नमः
 ॐ अवन्यै नमः 
ॐ चक्रहृदयायै नमः 
ॐ कम्बुतीर्थगायै नमः
 ॐ सर्वमन्त्रात्मिकायै नमः ॥ ६६० ॥
ॐ विद्युते नमः 
ॐ सुवर्णायै नमः 
ॐ सर्वरञ्जन्यै नमः 
ॐ ध्वजच्छत्राश्रयायै नमः 
ॐ भूत्यै नमः 
ॐ वैष्णव्यै नमः 
ॐ सद्गुणोज्ज्वलायै नमः
 ॐ जिज्ञासायै नमः
 ॐ मनीषायै नमः 
ॐ समदर्शिन्यै नमः 
ॐ सहस्रशक्त्यै नमः
 ॐ आवृत्त्यै नमः
 ॐ सुस्थिरायै नमः 
ॐ श्रेयसां निधये नमः 
ॐ रोहिण्यै नमः ॥ ६८० ॥
ॐ रेवत्यै नमः
 ॐचन्द्रसोदर्यै नमः 
ॐ भद्रमोहिन्यै नमः
 ॐ सूर्यायै नमः
 ॐ कन्याप्रियायै नमः
 ॐ विश्वभाविन्यै नमः
 ॐ सुविभाविन्यै नमः 
ॐ सुप्रदृश्यायै नमः
 ॐ कामचारिण्यै नमः
 ॐ अप्रमात्तायै नमः
 ॐ ललन्तिकायै नमः 
ॐ मोक्षलक्ष्म्यै नमः ॐ
जगद्योन्यै नमः 
ॐ व्योमलक्ष्म्यै नमः
 ॐ सुदुर्लभायै नमः 
ॐ भास्कर्यै नमः
 ॐ पुण्यगेहस्थायै नमः
 ॐ मनोज्ञायै नमः
 ॐ विभवप्रदायै नमः
 ॐ लोकस्वामिन्यै नमः ॥ ७०० ॥
ॐ अच्युतार्थायै नमः 
ॐ पुष्कलायै नमः 
ॐ जगदाकृत्यै नमः
 ॐ विचित्रहारिण्यै नमः 
ॐ कान्तायै नमः 
ॐ वाहिन्यै नमः 
ॐ भूतवासिन्यै नमः
 ॐ प्राणिन्यै नमः 
ॐ प्राणदायै नमः
 ॐ विश्वायै नमः 
ॐ विश्वब्रह्माण्डवासिन्यै नमः 
ॐ सम्पूर्णायै नमः
 ॐ परमोत्साहायै नमः
 ॐ श्रीमत्यै नमः 
ॐ श्रीपत्यै नमः
 ॐ श्रुत्यै नमः 
ॐ श्रयन्त्यै नमः
 ॐ श्रीयमाणायै नमः
 ॐ क्ष्मायै नमः
 ॐ विश्वरूपायै नमः ॥ ७२० ॥
ॐ प्रसादिन्यै नमः
ॐ हर्षिण्यै नमः
ॐ प्रथमायै नमः
ॐ शर्वायै नमः 
ॐ विशालायै नमः 
ॐ कामवर्षिण्यै नमः
ॐ सुप्रतीकायै नमः 
ॐ पृश्निमत्यै नमः
ॐ निवृत्त्यै नमः
ॐ विविधायै नमः
ॐ परायै नमः 
ॐ सुयज्ञायै नमः 
ॐ मधुरायै नमः 
ॐ श्रीदायै नमः 
ॐ देवरात्यै नमः
ॐ महामनसे नमः 
ॐ स्थूलायै नमः 
ॐ सर्वाकृत्यै नमः
ॐ स्थेमायै नमः 
ॐ निम्नगर्भायै नमः ॥ ७४० ॥
ॐतमोनुदायै नमः
ॐ तुष्ट्यै नमः 
ॐ वागीश्वर्यै नमः
ॐ पुष्ट्यै नमः
ॐ सर्वादये नमः 
ॐ सर्वशोषिण्यै नमः 
ॐ शक्त्यात्मिकायै नमः 
ॐ शब्दशक्त्यै नमः
 ॐ विशिष्टायै नमः
 ॐ वायुमत्यै नमः 
ॐ उमायै नमः 
ॐ आन्वीक्षिक्यै नमः 
ॐ त्रय्यै नमः 
ॐ वार्तायै नमः 
ॐ दण्डनीत्यै नमः ॐ
नयात्मिकायै नमः 
ॐ व्याल्यै नमः 
ॐ सङ्कर्षिण्यै नमः 
ॐ द्योतायै नमः 
ॐ महादेव्यै नमः ॐ ॥ ७६० ॥
ॐ अपराजितायै नमः 
ॐ कपिलायै नमः 
ॐ पिङ्गलायै नमः 
ॐ स्वस्थायै नमः 
ॐ बलाक्यै नमः 
ॐ घोषनन्दिन्यै नमः 
ॐ अजितायै नमः 
ॐ कर्षिण्यै नमः 
ॐ नीत्यै नमः 
ॐ गरुडायै नमः 
ॐ गरुडासनायै नमः 
ॐ ह्लादिन्यै नमः 
ॐ अनुग्रहायै नमः 
ॐ नित्यायै नमः 
ॐ ब्रह्मविद्यायै नमः 
ॐ हिरण्मय्यै नमः 
ॐ मह्यै नमः 
ॐ शुद्धविधायै नमः 
ॐ पृथ्व्यै नमः 
ॐ सन्तानिन्यै नमः ॥ ७८० ॥
ॐ अंशुमालिन्यै नमः 
ॐ यज्ञाश्रयायै नमः 
ॐ ख्यातिपरायै नमः 
ॐ स्तव्यायै नमः 
ॐ वृष्ट्यै नमः 
ॐ त्रिकालगायै नमः 
ॐ सम्बोधिन्यै नमः 
ॐ शब्दपूर्णायै नमः 
ॐ विजयायै नमः 
ॐ अंशुमत्यै नमः 
ॐ कलायै नमः 
ॐ शिवायै नमः 
ॐ स्तुतिप्रियायै नमः 
ॐ ख्यात्यै नमः 
ॐ जीवयन्त्यै नमः 
ॐ पुनर्वसवे नमः 
ॐ दीक्षायै नमः 
ॐ भक्तार्तिहायै नमः 
ॐ रक्षायै नमः 
ॐ परीक्षायै नमः ॥ ८०० ॥
ॐ यज्ञसम्भवायै नमः 
ॐ आर्द्रायै नमः 
ॐ पुष्करिण्यै नमः 
ॐ पुण्यायै नमः 
ॐ गण्यायै नमः 
ॐ दारिद्र्यभञ्जिन्यै नमः 
ॐ धन्यायै नमः 
ॐ मान्यायै नमः 
ॐ पद्मनेम्यै नमः 
ॐ भार्गव्यै नमः 
ॐ वंशवर्धन्यै नमः 
ॐ तीक्ष्णप्रवृत्त्त्यै नमः 
ॐ सत्कीर्त्यै नमः 
ॐ निषेव्यायै नमः 
ॐ अघविनाशिन्यै नमः 
ॐ संज्ञायै नमः 
ॐ निःसंशयायै नमः 
ॐ पूर्वायै नमः 
ॐ वनमालायै नमः
ॐ वसुन्धरायै नमः ॥ ८२० ॥ 
ॐ पृथवे नमः 
ॐ महोत्कटायै नमः 
ॐ अहल्यायै नमः 
ॐ मण्डलायै नमः 
ॐ आश्रितमानदायै नमः 
ॐ सर्वायै नमः 
ॐ नित्योदितायै नमः 
ॐ उदारायै नमः 
ॐ जृम्भमाणायै नमः 
ॐ महोदयायै नमः 
ॐ चन्द्रकान्तोदितायै नमः 
ॐ चन्द्रायै नमः 
ॐ चतुरश्रायै नमः 
ॐ मनोजवायै नमः 
ॐ बालायै नमः 
ॐ कुमार्यै नमः 
ॐ युवत्यै नमः 
ॐ करुणायै नमः 
ॐ भक्तवत्सलायै नमः 
ॐ मेदिन्यै नमः ॥ ८४० ॥
ॐ उपनिषन्मिश्रायै नमः 
ॐ सुमवीरवे नमः 
ॐ धनेश्वर्यै नमः 
ॐ दुर्मर्षण्यै नमः 
ॐ सुचरितायै नमः 
ॐ बोधायै नमः 
ॐ शोभायै नमः 
ॐ सुवर्चलायै नमः 
ॐ यमुनायै नमः 
ॐ अक्षौहिण्यै नमः 
ॐ गङ्गायै नमः 
ॐ मन्दाकिन्यै नमः 
ॐ अमरालयायै नमः 
ॐ गोदायै नमः 
ॐ गोदावर्यै नमः 
ॐ चन्द्रभागायै नमः 
ॐ कावेर्यै नमः 
ॐ उदन्वत्यै नमः 
ॐ सिनीवाल्यै नमः 
ॐ कुहवे नमः ॥ ८६० ॥
ॐ राकायै नमः 
ॐ वारणायै नमः 
ॐ सिन्धुमत्यै नमः 
ॐ अमायै नमः 
ॐ वृद्ध्यै नमः 
ॐ स्थित्यै नमः 
ॐ ध्रुवायै नमः 
ॐ बुद्ध्यै नमः 
ॐ त्रिगुणायै नमः 
ॐ गुणगह्वरायै नमः 
ॐ पूर्तये नमः 
ॐ मायात्मिकायै नमः 
ॐ स्फूर्तये नमः 
ॐ व्याख्यायै नमः 
ॐ सूत्रायै नमः 
ॐ प्रजावत्यै नमः 
ॐ विभूत्यै नमः 
ॐ निष्कलायै नमः 
ॐ रम्भायै नमः 
ॐ रक्षायै नमः ॥ ८८० ॥
ॐ सुविमलायै नमः 
ॐ क्षमायै नमः 
ॐ प्राप्त्यै नमः 
ॐ वासन्तिकालेखायै नमः 
ॐ भूरिबीजायै नमः 
ॐ महागदायै नमः 
ॐ अमोघायै नमः 
ॐ शान्तिदायै नमः 
ॐ स्तुत्यायै नमः 
ॐ ज्ञानदायै नमः 
ॐ उत्कर्षिण्यै नमः 
ॐ शिखायै नमः 
ॐ प्रकृत्यै नमः 
ॐ गोमत्यै नमः 
ॐ लोलायै नमः 
ॐ कमलायै नमः 
ॐ कामदुहे नमः 
ॐ विध्यै नमः 
ॐ प्रज्ञायै नमः 
ॐ रामायै नमः ॥ ९०० ॥
ॐ परायै नमः 
ॐ सन्ध्यायै नमः 
ॐ सुभद्रायै नमः 
ॐ सर्वमङ्गलायै नमः 
ॐ नन्दायै नमः 
ॐ भद्रायै नमः 
ॐ जयायै नमः 
ॐ रिक्तायै नमः 
ॐ तिथिपूर्णायै नमः 
ॐ अमृतम्भरायै नमः 
ॐ काष्ठायै नमः 
ॐ कामेश्वर्यै नमः 
ॐ निष्ठायै नमः 
ॐ काम्यायै नमः 
ॐ रम्यायै नमः 
ॐ वरायै नमः 
ॐ स्मृत्यै नमः 
ॐ शङ्खिण्यै नमः 
ॐ श्यामायै नमः ॥ ९२० ॥
ॐ समायै नमः 
ॐ गोत्रायै नमः 
ॐ रमायै नमः 
ॐ दित्यै नमः 
ॐ शान्त्यै नमः 
ॐ दान्त्यै नमः 
ॐ स्तुत्यै नमः 
ॐ सिद्ध्यै नमः 
ॐ विरजायै नमः 
ॐ अत्युज्ज्वलायै नमः 
ॐ अव्ययायै नमः 
ॐ वाण्यै नमः 
ॐ गौर्यै नमः 
ॐ इन्दिरायै नमः 
ॐ लक्ष्म्यै नमः 
ॐ मेधायै नमः 
ॐ श्रद्धायै नमः 
ॐ सरस्वत्यै नमः 
ॐ स्वधायै नमः 
ॐ स्वाहायै नमः ॥ ९४० ॥
ॐ रत्यै नमः 
ॐ उषायै नमः 
ॐ वसुविद्यायै नमः 
ॐ धृत्यै नमः 
ॐ सहायै नमः 
ॐ शिष्टेष्टायै नमः 
ॐ शुच्यै नमः 
ॐ धात्र्यै नमः 
ॐ सुधायै नमः 
ॐ रक्षोध्न्यै नमः 
ॐ अजायै नमः 
ॐ अमृतायै नमः 
ॐ रत्नावल्यै नमः 
ॐ भारत्यै नमः 
ॐ इडायै नमः 
ॐ धीरधियै नमः 
ॐ केवलायै नमः 
ॐ आत्मदायै नमः 
ॐ यस्यै नमः 
ॐ तस्यै नमः ॥ ९६० ॥
ॐ शुद्ध्यै नमः 
ॐ सस्मितायै नमः 
ॐ कस्यै नमः 
ॐ नीलायै नमः 
ॐ राधायै नमः 
ॐ अमृतोद्भवायै नमः 
ॐ परधुर्यास्पदायै नमः 
ॐ ह्रियै नमः 
ॐ भुवे नमः 
ॐ कामिन्यै नमः 
ॐ शोकनाशिन्यै नमः 
ॐ मायाकृत्यै नमः 
ॐ रसघनायै नमः 
ॐ नर्मदायै नमः 
ॐ गोकुलाश्रयायै नमः 
ॐ अर्कप्रभायै नमः 
ॐ रथेभाश्वनिलयायै नमः 
ॐ इन्दुप्रभायै नमः 
ॐ अद्भुतायै नमः 
ॐ श्रियै नमः ॥ ९८० ॥
ॐ कृशानुप्रभायै नमः 
ॐ वज्रलम्भनायै नमः 
ॐ सर्वभूमिदायै नमः 
ॐ भोगप्रियायै नमः 
ॐ भोगवत्यै नमः
 ॐ भोगीन्द्रशयनासनायै नमः 
ॐ अश्वपूर्वायै नमः 
ॐ रथमध्यायै नमः 
ॐ हस्तिनादप्रबोधिन्यै नमः 
ॐ सर्वलक्षणलक्षण्यायै नमः 
ॐ सर्वलोकप्रियङ्कर्यै नमः 
ॐ सर्वोत्कृष्टायै नमः 
ॐ सर्वमय्यै नमः 
ॐ भवभङ्गापहारिण्यै नमः 
ॐ वेदान्तस्थायै नमः 
ॐ ब्रह्मनीत्यै नमः 
ॐ ज्योतिष्मत्यै नमः 
ॐ अमृतावहायै नमः 
ॐ भूताश्रयायै नमः 
ॐ निराधारायै नमः ॐ ॥ १००० ॥
ॐ संहितायै नमः 
ॐ सुगुणोत्तरायै नमः 
ॐ सर्वातिशायिन्यै नमः 
ॐ प्रीत्यै नमः 
ॐ सर्वभूतस्थितायै नमः 
ॐ द्विजायै नमः 
ॐ सर्वमङ्गलमाङ्गल्यायै नमः 
ॐ दष्टादृष्टफलप्रदायै नमः ॥ १००८
॥ इति श्रीलक्ष्मीसहस्रनामावलिः ॥

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