॥ श्रीलक्ष्मी अष्टोतरशतनामावलिः ॥
ॐ प्रकृत्यै नम:।
ॐ विकृत्यै नम:।
ॐ विद्यायै नम:।
ॐ सर्वभूतहितप्रदायै नम:।
ॐ श्रद्धायै नम:।
ॐ विभूत्यै नम:।
ॐ सुरभ्यै नम:।
ॐ परमात्मिकायै नम:।
ॐ वाचे नम:।
ॐ पद्मालयायै नम:। १०
ॐ पद्मायै नमः।
ॐ शुचये नमः।
ॐ स्वाहायै नमः।
ॐ स्वधायै नमः।
ॐ सुधायै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ हिरण्मय्यै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ नित्यपुष्टायै नमः।
ॐ विभावर्यै नमः। २०
ॐ अदित्यै नमः।
ॐ दित्यै नमः।
ॐ दीप्तायै नमः।
ॐ वसुधायै नमः।
ॐ वसुधारिण्यै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कामाक्ष्यै नमः।
ॐ क्रोधसंभवायै नमः।
ॐ अनुग्रहप्रदायै नमः। ३०
ॐ बुद्ध्यै नमः।
ॐ अनघायै नमः।
ॐ हरिवल्लभायै नमः।
ॐ अशोकायै नमः।
ॐ अमृतायै नमः।
ॐ दीप्तायै नमः।
ॐ लोकशोकविनाशिन्यै नमः।
ॐ धर्मनिलयायै नमः।
ॐ करुणायै नमः।
ॐ लोकमात्रे नमः। ४०
ॐ पद्मप्रियायै नमः।
ॐ पद्महस्तायै नमः।
ॐ पद्माक्ष्यै नमः।
ॐ पद्मसुन्दर्यै नमः।
ॐ पद्मोद्भवायै नमः।
ॐ पद्ममुख्यै नमः।
ॐ पद्मनाभप्रियायै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ पद्ममालाधरायै नमः।
ॐ देव्यै नमः। ५०
ॐ पद्मिन्यै नमः।
ॐ पद्मगन्धिन्यै नमः।
ॐ पुण्यगन्धायै नमः।
ॐ सुप्रसन्नायै नमः।
ॐ प्रसादाभिमुख्यै नमः।
ॐ प्रभायै नमः।
ॐ चन्द्रवदनायै नमः।
ॐ चन्द्रायै नमः।
ॐ चन्द्रसहोदर्यै नमः।
ॐ चतुर्भुजायै नमः। ६०
ॐ चन्द्ररूपायै नमः।
ॐ इन्दिरायै नमः।
ॐ इन्दुशीतलायै नमः।
ॐ अह्लादजनन्यै नमः।
ॐ पुष्ट्यै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवकर्यै नमः।
ॐ सत्यै नमः।
ॐ विमलायै नमः।
ॐ विश्वजनन्यै नमः। ७०
ॐ तुष्ट्यै नमः।
ॐ दारिद्र्यनाशिन्यै नमः।
ॐ प्रीतिपुष्करिण्यै नमः।
ॐ शान्तायै नमः।
ॐ शुक्लमाल्याम्बरायै नमः।
ॐ श्रियै नमः।
ॐ भास्कर्यै नमः।
ॐ बिल्वनिलयायै नमः।
ॐ वरारोहायै नमः।
ॐ यशस्विन्यै नमः। ८०
ॐ वसुन्धरायै नमः।
ॐ उदाराङ्गायै नमः।
ॐ हरिण्यै नमः।
ॐ हेममालिन्यै नमः।
ॐ धनधान्यकर्यै नमः।
ॐ सिद्ध्यै नमः।
ॐ स्त्रैणसौम्यायै नमः।
ॐ शुभप्रदायै नमः।
ॐ नृपवेश्मगतानन्दायै नमः।
ॐ वरलक्ष्म्यै नमः। ९०
ॐ वसुप्रदायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ हिरण्यप्राकारायै नमः।
ॐ समुद्रतनयायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ मंगलादेव्यै नमः।
ॐ विष्णुवक्षस्थलस्थितायै नमः।
ॐ विष्णुपत्न्यै नमः।
ॐ प्रसन्नाक्ष्यै नमः।
ॐ नारायणसमाश्रितायै नमः। १००
ॐ दारिद्र्यध्वंसिन्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ सर्वोपद्रववारिण्यै नमः।
ॐ नवदुर्गायै नमः।
ॐ महाकाल्यै नमः।
ॐ ब्रह्माविष्णुशिवात्मिकायै नमः।
ॐ त्रिकालज्ञानसंपन्नायै नमः।
ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।
ॐ श्रीरङ्गनायकीमहालक्ष्म्यै नमः
॥ इति श्रीलक्ष्मी अष्टोतरशतनामावलिः ॥